एक जमीन का हिस्सा निकालना प्राथमिक रूप से उसकी खुदाई, मापन, और दस्तावेजीकरण की प्रक्रिया को समाप्त करने में सहायक होता है । इस प्रक्रिया से जुड़े कई कानूनी संरचनाएं और प्रक्रियाएं होती हैं जो स्थानीय विधानों और नीतियों पर आधारित होती हैं । यदि किसी व्यक्ति को जमीन का हिस्सा निकालने की प्रक्रिया के बारे में अच्छी जानकारी हो, तो यह उसे सरल और सुगम बना देता है ।
जमीन का हिस्सा निकालने की प्रक्रिया :
जमीन के मालिकाना स्वरुप की जांच करें
पहला कदम होता है यह जांचना कि जमीन की मालिकाना स्वरुप क्या है । क्या जमीन सिर्फ आपकी है या और भी किसी का हिस्सा हो सकता है? यहाँ तक कि अगर जमीन पर किसी और का हक़ या दावा है तो भी वहा सकते हैं ।
ज्यामिति, काढ़ा और परिखा
दूसरा कदम है जमीन की ज्यामिति और मापन करना । इसके बाद एक ज्यामिति छाप की काढ़ा खींची जाती है ताकि जमीन के नक्शे में सटीक आकार और मापन देखने को मिले ।
लेगल दस्तावेजीकरण
एक अन्य महत्वपूर्ण कदम है साभार स्मारिक प्राप्त करना । इसमें जमा पत्र, रजिस्टर दस्तावेज, और अन्य संभावित दस्तावेज शामिल होते हैं । इन् सभी दस्तावेजों को सही रूप से भरना और जमा करना आवश्यक है ।
सर्वे और रिकॉर्डर के साथ संपर्क
जब सभी दस्तावेज पूर्ण हो जाते हैं, तो उन्हें सर्वेर और रक्ष � कर्ता के पास जमाया जाता है । यह उन तत्वों को जांचने का कार्य है जो सस्थिति की सत्यता के प्रमाण का होते हैं ।
संपत्ति के पंजीकरण
अब वास्तविक निकासी प्रक्रिया शुरू होती है । जब सभी दस्तावेज पूरे होते हैं, तो संपत्तिक कार्यालय में जाकर आवश्यक फॉर्म भरे जाते हैं ताक � ो वहां आपका नामित खाता बना दिया जा सके ।
समय सीमा और शुल्क
य � पक जुड़े रहने वाले गो � ों से पूछें जमीन से निकासी में समय दर और शु � की जानकारी, ताक � वहां न आने संबं � ेा का डर ह � ैे । यह भी जान लें कि वहां क � क � और द � य � मिक � आवश्य � हैं या नहीं ।
जमीन के पंजीकरण की प � ि � ाति
पंज � मी कार � य फराम D क � रूप � दिया होता है और इसे ध � ा रहे आ � थिकृय व् � क्ति क � साथ यो � ा � ोकराइज्ड होती है । फ � िम जम � का फ � ्म � पक � प � ि � ाति रे � र्ड � में दर � ्त � ह � � े � े य � तक � हां तक नहीं कि � � ी � ा � पी चल � लई हैं ।
उपरोक्त तरीके के साथ जमीन का हिस्सा निकालना संभव है ।
कितने लोगों को ऐक्रेज में वियहार की दरकार होती है?
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